चंडीगढ़,
23 जुलाई, 2019
लोकपाल आंदोलन, किसान संगठन, सामाजिक न्याय संघर्षों से जुड़े लोग होंगे हरियाणा के लिए स्वराज इंडिया के उम्मीदवार
पार्टी का दावा एक भी उम्मीदवार किसी राजनैतिक वंश या धन्ना सेठ पृष्ठभूमि से नहीं, जातीय समीकरणों को किया गया है नजरअंदाज
पहले 10 में 3 महिलाएं और 2 युवा उम्मीदवार
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के ध्यान में रखते हुए नवगठित राजनीतिक दल स्वराज इंडिया ने आज अपने 10 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
जारी की गई सूची में जिला परिषद रेवाड़ी की वर्तमान अध्यक्ष मंजू बाला (विस क्षेत्र रेवाड़ी, जिला रेवाड़ी), भगाना कांड के विरुद्ध संघर्ष का नेतृत्व करने वाले वीरेंद्र सिंह बागोरिया (विस क्षेत्र नलवा, जिला हिसार), चरखी दादरी में माइनिंग माफिया के विरुद्ध आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संजीव गोदारा (विस क्षेत्र दादरी, जिलाचरखी दादरी), सफाई कर्मचारियों के लिए न्याय के संघर्ष में साथी एडवोकेट दीपक (विस क्षेत्र पटौदी, जिला गुरुग्राम), फसलों के बेहतर दाम के लिए 52 दिन के धरने में शामिल रहे धरम पाल (विस क्षेत्र कोसली, जिला रेवाड़ी), जय किसान आंदोलन के राज्य अध्यक्ष युद्धवीर एहलावत (विस क्षेत्र तोशाम, जिला भिवानी) शामिल है।
इस सूची में मेवात की महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए कार्यरत उद्यमी शैलजा भाटिया (विस क्षेत्र गुड़गांव, जिला गुरुग्राम), किसानों को सूक्ष्म सिंचाई के लिए प्रेरित करने वाले कृषि इंजीनियर राजेंद्र यादव (विस क्षेत्र भिवानी, जिला भिवानी), महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़ी प्रोमिला सहारण (विस क्षेत्र कलायत, जिला कैथल), और सरकारी नौकरी से रिटायर होने के बाद समाज सेवा में जुटे चमन लाल (विस क्षेत्र सधौरा, जिला यमुनानगर) भी है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में यह सूची जारी करते हुए संगठन की तीन सदस्य परख समिति के सदस्य और स्वराज इंडिया के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष श्री राजीव गोदारा ने कहा कि इन उम्मीदवारों में से एक भी ऐसा नहीं है जो किसी स्थापित राजनीतिक वंश से संबंध रखता हो, एक भी ऐसा नहीं है जो राजनीति पर कब्जा जमा कर बैठे अरबपति धन्ना सेठों में से हो। स्वराज इंडिया द्वारा घोषित अधिकांश उम्मीदवार भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल आंदोलन, प्रदेश के किसान संगठन या सामाजिक न्याय के संघर्षों से जुड़े रहे हैं। स्वराज इंडिया ने घोषणा की थी की एक तिहाई सीटों पर महिलाओं और एक तिहाई पर युवाओं को उतारेगी। इस सूची में 10 में से 3 महिलाएं और 2 युवा शामिल किए गए हैं। राजनीति की स्थापित जातीय समीकरणों को नजरअंदाज करते हुए स्वराज इंडिया ने हर क्षेत्र में सबसे योग्य उम्मीदवार को चुना है। आरक्षित वर्ग से संबंध रखने वाले योग्य उम्मीदवार को भी केवल आरक्षित सीटों तक सीमित रखने की राजनैतिक परंपरा को तोड़कर स्वराज इंडिया ने एक नई शुरुआत की है।
इस अवसर पर मौजूद स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि हमारे लिए राजनीति एक धंधा नहीं है। आज जब पूरे प्रदेश में भाजपा में घुसने की होड़ लगी हुई है, ऐसे में इन उम्मीदवारों ने स्वराज इंडिया का झंडा उठाकर स्वार्थी नहीं सारथी बनने की हिम्मत दिखाई है। इन्हें 3 महीने नहीं, अगले साढ़े 5 साल का टिकट मिला है। इतिहास गवाह है कि बहाव के खिलाफ खड़े होने वालों ने राजनीति की धारा बदली है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के जाने माने वकील और जन आंदोलनों के हमदर्द जोगिंदर सिंह तूर ने इस चुनाव में स्वराज इंडिया, हरियाणा का लोकपाल होना स्वीकार किया है। अगर किसी भी व्यक्ति को स्वराज इंडिया के किसी भी उम्मीदवार के विरुद्ध भ्रष्टाचार, चारित्रिक दुर्व्यवहार,अपराधी या सांप्रदायिक होने कि कोई शिकायत हो तो उसकी जांच लोकपाल करेंगे। चुनाव के दौरान किसी भी उम्मीदवार द्वारा पैसे, शराब या अन्य किसी गलत आचरण की जांच भी लोकपाल करेंगे। इस संबंध में उनका कोई भी फैसला पार्टी के लिए अंतिम और मान्य होगा।
स्वराज इंडिया के हरियाणा महासचिव श्री दीपक लांबा ने बताया की पार्टी अपनी अगली सूची की घोषणा अगले 2 सप्ताह में कर देगी।