चंडीगढ़,
15 मई, 2019
प्राइवेट स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम करीब 4 फीसदी अधिक
स्कूली छात्राओं का छात्रों से बेहतर प्रदर्शन, पास प्रतिशत में 14.47 प्रतिशत की बढोतरी
शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर विभाग द्वारा किये गए बदलावों का असर दिखना हुआ शुरू: दास
विज्ञान संकाय में सरकारी स्कूल के दीपक ने 497 अंकों के साथ प्रदेश में हासिल किया पहला स्थान
परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में कुल 10.64 प्रतिशत अधिक रहा
शिक्षा गुणवत्ता प्रतिस्पर्धा में हरियाणा के सरकारी स्कूलों ने निजी (private) स्कूलों को एक अरसे बाद फिर पटकनी दी है।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की मार्च 2019 की 12वीं कक्षा के लिए आज घोषित परिणामों में सरकारी स्कूलों ने प्राइवेट स्कूलों की तुलना में करीब 4 फीसदी अधिक परीक्षा परिणाम हासिल किया है।
इस वर्ष की 12वीं कक्षा के लिए सरकारी स्कूलों का औसतन परीक्षा परिणाम 76.39 प्रतिशत रहा जबकि प्राइवेट विद्यालयों का औसतन पास प्रतिशत 72.61 रहा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने किन्हीं कारणों से असफल रहे विद्यार्थियों को निराश नहीं होने तथा उनके अभिभावकों से मनोबल बढाने का आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री ने खुशी जताई है कि बारहवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में बेटों के मुकाबले बेटियों के पास प्रतिशत में 14.47 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने विद्यार्थियों से भविष्य में भी कडी मेहनत करने और रचनात्मक गतिविधियों के साथ-साथ सामुदायिक विकास में अपने दायित्व का निवर्हन करने का आह्वान भी किया।
खट्टर ने कहा कि निरंतर शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों की बदौलत आज विद्यार्थी पूरे मनोयोग के साथ आगे बढ रहे हैं।
12वीं कक्षा के बेहतर परीक्षा परिणाम पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने सभी उत्तीर्ण छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने 12 वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों पर शिक्षको की मेहनत को ना केवल सराहा बल्कि बेहतर परीक्षा परिणाम लाने पर शिक्षक वर्ग को भी बधाई दी।
12 वीं कक्षा के 74.48 फीसदी परीक्षा परिणामों पर खुशी जताते हुए दास ने कहा कि विभाग की ओर से शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर किये गए बदलावों का असर अब दिखना शुरू हो गया है।
परीक्षा परिणामो की जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि इस बार के परीक्षा परिणामों में ग्रामीण विद्यालयों ने शहरी स्कूलों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने जानकारी दी कि ग्रामीण स्कूलों के छात्रों का परीक्षा परिणाम 75.74 फीसदी, जबकि शहरों स्कूलों के बच्चों की पास प्रतिशतता 71.83 फ़ीसदी रही।
घोषित परिणाम पर खुशी जताते हुए दास ने कहा कि इस बार विज्ञान संकाय में सरकारी स्कूल के छात्र दीपक ने 497 अंक अर्जित कर पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया तो वहीँ वाणिज्य संकाय में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने हुए आरोही स्कूल की छात्रा तमन्ना गुप्ता ने 493 अंक हासिल करते हुए राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि कला संकाय में भी सरकारी स्कूल के छात्रों का रिजल्ट अच्छा रहा।
स्कूली छात्राओं को छात्रों से बेहतर प्रदर्शन पर बधाई देते हुए उन्होंने बताया कि इस बार लड़कियों की पास प्रतिशतता 82.48 रही जबकि लड़कों का परीक्षा परिणाम 68.01 प्रतिशत रहा।
पीके दास ने बताया कि इस बार का परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में कुल 10.64 प्रतिशत अधिक रहा। कुल 1,91,527 छात्रों ने 12वीं की परीक्षा दी, जिसमे 1,42,640 छात्र पास हुए। इनमें 22,164 छात्रों ने 75 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त किये जबकि 1205 छात्रों ने 90 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किए। इस बार कुल 29,688 छात्रों की कम्पार्टमेंट भी रही है।
उन्होनें बताया कि सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में 12.77 फीसदी अधिक रहा। शैक्षणिक सत्र (2017-18)में 12 वीं का कुल परीक्षा परिणाम 63.84 फीसदी था जबकी इस बार 74.48 फीसदी रिजल्ट हासिल किया।
वहीं सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम साल (2017-18) में 63.62 था, जबकि इस बार परीक्षा परिणाम 76.39 फीसदी हासिल किया गया है।
दास ने कहा, “साल 2015 से लेकर साल 2019 तक करीब 20 फीसदी परीक्षा परिणाम मे बढ़ोतरी हुई है जो कि शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा में गुणवत्ता के लिए किए गए विशेष प्रयासों का परिणाम हैं।”
उन्होंने परीक्षा परिणामों में लगातार और बेहतरीन नतीजे आने की उम्मीद जताते हुए सभी पास छात्र छात्राओं को बधाई दी।