चंडीगढ़,
28 दिसंबर, 2018
विधानसभा के शीतकालीन के दौरान आज यहाँ ज़ोरदार हंगामा हो गया जब एसवाईएल, किसानों और छोटे व्यपारियों के कर्जा माफी वाले मुद्दों पर मुख्य विपक्षी दल इनेलो और सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायकों के बीच शुरू हुई नोक-झोंक तीखी बहसबाजी में बदल गयी।
सदन में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एसवाईएल, किसानों और छोटे व्यपारियों के कर्जा माफी पर काम रोको प्रस्ताव दिया हुआ है। अभय चौटाला ने कहा कि एसवाईएल पर सत्तापक्ष के विधायक हंस रहें है और गम्भीरता दिखाई नहीं दे रही।
इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हैरानी की बात है कि नेता प्रतिपक्ष कार्यवाही को मज़ाक में ले रहें हैं। सीएम ने स्पीकर को सम्बोधित करके कहा आप सदन चलाने का प्रत्यन करें। जबकि अभय चौटाला ने कहा मैं मेरी मनमर्जी की बात नहीं कर रहा, प्रदेश के किसानों की बात कर रहा हूँ।
सदन में इस मसले पर तल्ख बहस शुरू हो गयी। विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा सदन में गन्ना किसानों को लेकर दिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए।
सीएम ने सख्ती से कहा कि सदन का समय खराब किया जा रहा है, ऐसे कोई भी खड़ा होकर मन की बात करेगा इससे सदन का समय खराब हो रहा है।
जवाब में अभय चौटाला ने कहा समय कौन समय खराब कर रहा है ये स्पीकर तय करेगा या सदन का नेता।इनेलो विधायकों ने नारेबाज़ी शुरू कर दी और किसान विरोधी सरकार के लगे नारे लगाने लगे।
देखते ही देखते सदन में हंगामा शुरू हो गया। इनेलो विधायक स्पीकर की वेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।इनेलो विधायक अभय चौटाला और बीजेपी विधायक ज्ञानचंद गुप्ता के बीच तीखी नौक-झौंक हुई। अभय चौटाला सत्तापक्ष के बैंच की तरफ इनेलो विधायको के साथ पहुंचे और माहौल जोरदार हंगामे में तब्दील हो गया।
इनेलो विधायक और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। यहाँ तक कि बीच-बचाव करने मार्शलों को आना पड़ा। इनेलो विधायक केहर सिंह और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने एक दूसरे को सदन से बाहर आने की चुनौती दे डाली।
अभय चौटाला ने वेल में पहुँचकर स्पीकर से बेदी पर गलत शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने अभय चौटाला पर व्यक्तिगत टिपण्णी की। अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि बेदी ने उनको गुंडा कहा है, स्पीकर ने कहा उसने ये कहा है गुंडागर्दी नहीं चलेगी।
इसी मुद्दे पर सत्तापक्ष और इनेलो विधायकों के बीच जोरदार तल्ख़ी हुई। सदन में गुंडे शब्द पर ज़ोरदार हंगामा हुआ। इनेलो विधायकों ने स्पीकर की वेल में नारेबाजी जारी रखी और सरकार के खिलाफ नारे भी।
बाद में इनेलो ने सदन से वॉक आउट किया। सदन की दूसरी सिटिंग 3 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।