हरियाणा पुलिस के शहीदों के नाम पर शुरू होगा ‘शौर्य पुरस्कार, बनेगा पुलिस स्मारक

चण्डीगढ़,
16 जनवरी, 2019
हरियाणा पुलिस के 71 शहीदों के नाम पर ‘शौर्य पुरस्कार’ शुरू किया जाएगा तथा राज्य में पुलिस स्मारक भी बनाया जाएगा।

राज्य के प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मी की स्मृति में उस ब्लाक में एक विदयार्थी को वीरता के लिए प्रति वर्ष 11,000 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी, जिस ब्लाक में  वह स्कूल स्थित है जहां पर शहीद पुलिसकर्मी ने शिक्षा ग्रहण की थी।
       
यह घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज आज दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में हरियाणा पुलिस व अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि देने उपरांत राज्य पुलिसबल के शहीदों के परिजनों को संबोधित करते हुए की। 




सन 1966 में हरियाणा के गठन के बाद से लेकर अबतक विभिन्न हमलों और मुठभेड़ों में शहीद होने वाले हरियाणा के सभी 71 पुलिसकर्मियों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए हरियाणा सरकार ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में पहली बार राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया। 



मनोहर लाल खट्टर ने देश में आंतरिक सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिस कर्मियों को सलाम करते हुए कहा कि इस राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गत वर्ष 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर किया गया था और उस समय उन्होनें इच्छा जाहिर की थी कि सभी राज्य अपने पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम यहां आयोजित करें। इस कडी में हरियाणा प्रदेश ने यहां यह कार्यक्रम आयोजित करके पहल की है।
        
हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन श्रीमान’ का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को जनता के साथ विनम्र रहते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करने को कहा जिससे आमजन के साथ पुलिस के संबंध मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि टेक्नोलाजी के दौर में हरियाणा पुलिस देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस फोर्स में से एक बनने के लिए अपने काम-काज में प्रौद्योगिकी और इनोवेश्न को अपनाए।
        
हरियाणा पुलिस के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बीएस संधू ने कहा कि राष्ट्रीय पुलिस स्मारक देश के युवाओं को हमारे पुलिस कर्मियों की बहादुरी और वीरता के बारे में जानकारी देकर प्रेरित करेगा। उन्होंने इस अवसर पर बहादुर पुलिस कर्मियों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए कहा कि राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमारे अमर शहीदो ने अपने प्राण न्योछावर किए।

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